Study Abroad Scholarships In Hindi: विदेश पढ़ने जाएंगे सालाना 50 बच्चे, इस राज्य में स्टूडेंट्स के लिए लॉन्च हुई स्कॉलरशिप, शर्तें भी जानें
विदेश में पढ़ना काफी खर्चीला होता है, जिस वजह से स्टूडेंट्स हमेशा कोशिश करते हैं कि उन्हें किसी तरह की स्कॉलरशिप मिल जाए, ताकि खर्च कम हो सके।
विदेश में Higher Education का सपना भारत में लगभग हर छात्र ही देखता है। मगर इस सपने को हकीकत बनाने के लिए लाखों रुपये की ज़रूरत होती है। विदेश में पढ़ना बिल्कुल भी आसान नहीं है। अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में तो पढ़ने के लिए 50 लाख से ज़्यादा रुपयों की ज़रूरत पड़ती है। कुछ यूरोपीय देशों में भले ही फीस कम है या Tuition Fees नहीं ली जा रही है, बावजूद इसके इन मुल्कों में भी पढ़ने के लिए 10 से 25 लाख रुपये की ज़रूरत होती है।
इन चीज़ों को देखते हुए कई राज्य सरकार लाखों रुपये की Scholarship देती हैं, ताकि उनके यहां के स्टूडेंट्स विदेश में पढ़ने के सपना पूरा कर सकें। इसी कड़ी में ओडिशा ने ‘विदेश शिक्षा वृति’ नाम से एक स्कॉलरशिप स्कीम शुरू की है।
इसका मक़सद अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) के प्रतिभाशाली और मेधावी छात्रों को विदेश पढ़ने भेजना है। उच्च शिक्षा मंत्री सूर्यवंशी सूरज ने औपचारिक रूप से इस योजना की शुरुआत की। उन्होंने बताया कि अकेडमिक ईयर 2025–26 से ये स्कॉलरशिप लागू होगी।
Scholarship की शर्तें क्या हैं और ये किसे मिलेगी?
बात ये है कि सरकार की ये स्कॉलरशिप सिर्फ SC-ST स्टूडेंट्स के लिए है।
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स्कॉलरशिप उन्हीं SC-ST स्टूडेंट्स को मिलेगी, जिनके परिवार की आय 12 लाख या उससे कम है।
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स्कॉलरशिप पाने के लिए स्टूडेंट्स को पहले पोस्टग्रेजुएट और पीएचडी प्रोग्राम में एडमिशन लेना होगा।
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स्टूडेंट्स को स्कॉलरशिप तभी मिलेगी, जब उन्हें क्यूएस रैंकिंग के टॉप-200 यूनिवर्सिटी में एडमिशन मिल रहा हो।
कुल मिलाकर ये स्कॉलरशिप सिर्फ पोस्टग्रेजुएट और पीएचडी की पढ़ाई के लिए दी जाएगी। इसका मक़सद कम आय वाले परिवारों के स्टूडेंट्स की आर्थिक मदद करना है। सरकार ने बताया कि स्कॉलरशिप के लिए साल में दो बार अप्लाई किया जा सकता है, जिसमें जुलाई-अगस्त और दिसंबर-जनवरी विंडो शामिल है।
स्कॉलरशिप का फायदा क्या है?
विदेश में पढ़ने के लिए हर साल 50 स्टूडेंट्स का सेलेक्शन होगा, जिन्हें स्कॉलरशिप देकर बाहर भेजा जाएगा।
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इसमें से 10 (4 पोस्टग्रेजुएट और 6 पीएचडी) स्कॉलरशिप इंजीनियरिंग और टेक्निकल फील्ड की पढ़ाई के लिए दी जाएगी।
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10 स्कॉलरशिप (4 पोस्टग्रेजुएट और 6 पीएचडी) मेडिकल, एग्रिकल्चर, आर्किटेक्चर और और हान्य टेक्निकल कोर्स के लिए रिज़र्व है।
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इसी तरह से बाकी की 30 स्कॉलरशिप (10 पोस्टग्रेजुएट और 20 पीएचडी) हायर एजुकेशन के लिए मिलेंगी।
चुने जाने वाले हर स्टूडेंट को 25 लाख रुपये सालाना दिए जाएंगे, ताकि वह पढ़ाई पूरी कर सके।
कौन-कौन से डॉक्यूमेंट्स ज़रूरी हैं?
अगर आप इस Study Abroad Scholarships In Hindi के लिए अप्लाई करने की सोच रहे हैं, तो कुछ ज़रूरी डॉक्यूमेंट्स पहले से रेडी रखें। एडमिशन लेटर के अलावा आपके पास जाति प्रमाण पत्र (Caste Certificate) होना चाहिए।
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इनकम सर्टिफिकेट (आय प्रमाण पत्र) बहुत ज़रूरी है, जो 12 लाख से कम की आय दिखाएगा।
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आपके सारे अकेडमिक डॉक्यूमेंट्स, जैसे 10वीं, 12वीं, और ग्रेजुएशन की मार्कशीट्स चाहिए।
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आधार कार्ड, पासपोर्ट की कॉपी, और एक एडमिशन का लेटर जो टॉप-200 यूनिवर्सिटी से मिला हो।
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और हान, बोनाफाइड सर्टिफिकेट और फीस स्ट्रक्चर का लेटर भी लगेगा। ये सारे डॉक्यूमेंट्स ठीक से अरेंज करके रख लें।
दूसरी ज़रूरी बातें क्या हैं?
ये बात ध्यान रखें कि स्कॉलरशिप का पैसा सिर्फ़ ट्यूशन फीस या रहने के खर्च के लिए नहीं है। ये 25 लाख रुपये आपके आने-जाने, हेल्थ इंश्योरेंस और बाकी खर्चों को भी कवर करेंगे।
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नतीजा ये है कि आपको पढ़ाई के दौरान किसी फाइनेंशियल टेंशन की ज़रूरत नहीं होगी।
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ये स्कॉलरशिप हर साल रिन्यू होगी, पर आपको हर साल यूनिवर्सिटी से अच्छा परफॉरमेंस का सर्टिफिकेट दिखाना होगा।
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अगर किसी वजह से पढ़ाई बीच में रुक जाती है, तो स्टेट गवर्नमेंट स्कॉलरशिप रोक सकती है।
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तो, अगर आपको विदेश में पढ़ना है और आप SC/ST कैटेगरी से आते हैं, तो ये Study Abroad Scholarships In Hindi आपके लिए बहुत बड़ा मौका है।
FAQs (Study Abroad Scholarships in hindi)
Q1. ये स्कॉलरशिप मिलने पर क्या ट्यूशन फीस और रहने का खर्च, सब कवर हो जाएगा?
A: हाँ, बिल्कुल! जो 25 लाख रुपये सालाना मिलेंगे, उसमें आपकी ट्यूशन फीस, रहने का खर्च (Living Expenses), और और हान, ट्रेवल और हेल्थ इंश्योरेंस भी कवर हो जाएगा।
Q2. मेरे परिवार की इनकम 15 लाख है, क्या मैं अप्लाई कर सकता हूँ?
A: नहीं। इस स्कीम की शर्त है कि परिवार की सालाना आय 12 लाख रुपये या उससे कम होनी चाहिए। अगर आपकी इनकम 12 लाख से ज़्यादा है, तो आप इसके लिए एलिजिबल नहीं हैं।
Q3. अगर मुझे टॉप-200 रैंकिंग वाली यूनिवर्सिटी में एडमिशन नहीं मिला, तो क्या होगा?
A: बात ये है कि इस स्कॉलरशिप के लिए ये सबसे ज़रूरी शर्त है। अगर आपको क्यूएस रैंकिंग के टॉप-200 में एडमिशन नहीं मिला, तो आपकी एप्लीकेशन रिजेक्ट हो जाएगी।
Q4. स्कॉलरशिप के लिए साल में कितनी बार अप्लाई करने का मौका मिलता है?
A: सरकार ने बताया है कि आप साल में दो बार अप्लाई कर सकते हैं। इसकी विंडो जुलाई-अगस्त और दिसंबर-जनवरी में खुलती है।
Q5. क्या मास्टर्स (Postgraduate) के लिए भी मिलती है या सिर्फ़ पीएचडी के लिए है?
A: ये स्कॉलरशिप पोस्टग्रेजुएट (मास्टर्स) और पीएचडी दोनों प्रोग्राम्स के लिए मिलती है। कुल 50 में से 25 लाख रुपये सालाना मिलेंगे।

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