Trade War: अगर भारत ने बदला लिया तो क्या होगा इन 30 अमेरिकी कंपनियों का?
Trade War Hindi: वैसे तो भारत में सैकड़ों अमेरिकी कंपनियां काम करती हैं, लेकिन हम आपको 30 ऐसी कंपनियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनका भारत में बड़ा कारोबार है। अगर भारत ने इन कंपनियों को आर्थिक चोट पहुंचाई तो इसका सीधा असर अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) कभी भारत को ‘टैरिफ किंग’ तो कभी ‘डेड इकोनॉमी’ कहते हैं। वैसे तो भारत और अमेरिका के बीच आज के दौर में अच्छे रिश्ते हैं, खासकर व्यापार के मोर्चे पर। मौजूदा दौर में भारत, अमेरिका का सबसे बड़ा कारोबारी पार्टनर है। लेकिन टैरिफ को लेकर ट्रंप लगातार भारत पर दबाव बना रहे हैं। उन्होंने भारत पर कुल 50 फीसदी टैरिफ लगाने का ऐलान किया है, जिसमें 25 फीसदी पेनाल्टी के तौर पर लगाया गया है। ट्रंप का कहना है कि भारत रूस से व्यापार क्यों करता है, खासकर तेल और हथियार खरीद को लेकर वह भारत पर निशाना साध रहे हैं।
भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में, भारत और अमेरिका के बीच कुल द्विपक्षीय व्यापार (निर्यात और आयात) $131.84 बिलियन अमेरिकी डॉलर रहा। इस दौरान भारत ने अमेरिका को $86.51 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निर्यात किया और $45.33 बिलियन अमेरिकी डॉलर का आयात किया। भारत ने मुख्य तौर पर अमेरिका को फार्मास्यूटिकल्स, रत्न-आभूषण और टेक्नोलॉजी एक्सपोर्ट किया, जबकि आयात में कच्चा तेल, कोयला और विमान के पुर्जे शामिल हैं। पिछले कई वर्षों से अमेरिका लगातार भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार रहा है।
अगर भारत ने लिया बदला तो…
अब सवाल उठता है कि अगर अमेरिका भारत पर 50 फीसदी टैरिफ लगाता है, तो इसका सीधा असर भारतीय निर्यात पर पड़ेगा। लेकिन अगर भारत ने पलटवार करते हुए अमेरिकी कंपनियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया, तो फिर ट्रंप भी मुश्किल में आ जाएंगे। भले ही ट्रंप भारतीय अर्थव्यवस्था को ‘डेड इकोनॉमी’ कहें, लेकिन इसी ‘डेड इकोनॉमी’ में दर्जनों अमेरिकी कंपनियां फल-फूल रही हैं। हर सेक्टर में अमेरिकी कंपनियों की मौजूदगी है, भारत में घर-घर तक इनकी पहुंच है। इन कंपनियों की कमाई अमेरिका तक पहुंचती है, ऐसे में अगर भारत ने बदला लेना शुरू किया तो अमेरिका को तगड़ा झटका लगेगा।
भारत में सैकड़ों अमेरिकी कंपनियां काम करती हैं, लेकिन हम आपको 30 ऐसी कंपनियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनका भारत में बड़ा कारोबार है और हर कोई इन कंपनियों को जानता है। अगर भारत ने इन कंपनियों को आर्थिक चोट पहुंचाई तो इसका सीधा दर्द अमेरिकी अर्थव्यवस्था को होगा, क्योंकि ये कंपनियां भारत में कारोबार करके अमेरिकी खजाने को भर रही हैं।
भारत में मौजूद 30 प्रमुख अमेरिकी कंपनियों की लिस्ट (अमेरिकन चैंबर ऑफ कॉमर्स इंडिया की रिपोर्ट)
ई-कॉमर्स और टेक कंपनियां
- Amazon India: यह अमेरिकी कंपनी ई-कॉमर्स सेगमेंट में सबसे बड़ा प्लेयर है और भारत के 97% पिनकोड तक पहुँचती है। यानी लगभग हर घर तक अमेजन की पहुँच है। इस कंपनी को जो मुनाफा होता है, वह अमेरिका तक पहुँचता है।
- Apple Inc.: आज की तारीख में भारत आईफोन (iPhone) के लिए एक बड़ा बाजार है। इसे बनाने वाली कंपनी अमेरिकी है। यह भारत में बड़े पैमाने पर आईफोन का उत्पादन और बिक्री करती है। भारतीयों में आईफोन को लेकर बड़ा क्रेज है, अगर इस कंपनी को भारत में दिक्कत हुई तो उसका असर अमेरिका तक दिखेगा। ये कंपनियां भारत में बड़ा कारोबार करके अमेरिकी इकोनॉमी में भी योगदान दे रही हैं।
- Google (Alphabet Inc.): यह अमेरिकी कंपनी सर्च इंजन, विज्ञापन, एंड्रॉइड और क्लाउड सेवाएं देती है। हर कोई गूगल के बारे में जानता है और इसका उपयोग करता है। भारत में गूगल का एक बड़ा डेटा सेंटर है। कंपनी का भारत में बड़ा कारोबार है, लेकिन ट्रंप को लगता है कि अमेरिकी कंपनियों को भारत में कारोबार करने से रोका जाता है।
- Microsoft: सॉफ्टवेयर, क्लाउड (Azure) और आईटी सर्विस में इस कंपनी का भारत में कारोबार फैला हुआ है। हर कंप्यूटर और लैपटॉप में Microsoft का सॉफ्टवेयर होता है। ये कंपनियां भारत में जो कमाई करती हैं, उसका कुछ हिस्सा अमेरिका भी ट्रांसफर होता है। यानी अगर भारत में इन कंपनियों के लिए मुश्किलें हुईं तो अमेरिका को भी आर्थिक तौर पर नुकसान होगा।
- X (Twitter) और Meta (Facebook): आप दिनभर जिस सोशल मीडिया फेसबुक और ट्विटर यानी X पर समय बिताते हैं, वो भी अमेरिकी कंपनियों द्वारा ही संचालित की जाती हैं।
एफएमसीजी और फास्ट फूड कंपनियां
फास्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्स (FMCG) सेगमेंट में अमेरिका की कई प्रमुख कंपनियां भारत में सक्रिय हैं, जो उपभोक्ता उत्पादों जैसे खाद्य, पेय, व्यक्तिगत देखभाल और घरेलू उत्पादों में कारोबार करती हैं। बाजार पर प्रभाव की बात करें, तो देश में जंक फूड का बाजार $30 बिलियन का है, जिसमें अमेरिकी कंपनियां जैसे PepsiCo, Coca-Cola और McDonald’s प्रमुख खिलाड़ी हैं।
- Coca-Cola India: कोका-कोला भारत में पेय पदार्थों की अग्रणी कंपनी है, जो कार्बोनेटेड ड्रिंक्स (कोक, थम्स अप, स्प्राइट), जूस (माज़ा) और बोतलबंद पानी (किनले) जैसे प्रोडक्ट्स बेचती है। यह कंपनी 1960 के दशक से भारत में मौजूद है।
- PepsiCo India: पेप्सी, 7अप, मिरिंडा, कुरकुरे और लेज जैसे लोकप्रिय ब्रांड्स PepsiCo भी अमेरिकी कंपनी है। यह भारत में पेय और स्नैक्स के क्षेत्र में अग्रणी है। कंपनी 1989 से भारत में सक्रिय है और ग्रामीण क्षेत्रों में जल संरक्षण जैसी सामाजिक पहलों में निवेश करती है।
- Procter & Gamble (P&G India): आप जिस व्हिस्पर (सैनिटरी पैड), टाइड (डिटर्जेंट) और विक्स का इस्तेमाल करते हैं, वो अमेरिकी कंपनी P&G बनाती है। यह कंपनी 1964 से भारत में सक्रिय है।
- Colgate-Palmolive (India) Ltd: कोलगेट घर-घर में मशहूर है, लेकिन यह कंपनी अमेरिकी है। कोलगेट के टूथपेस्ट और टूथब्रश खूब बिकते हैं और हर घर में आम हैं।
- Johnson & Johnson Pvt. Ltd: भारत में Johnson & Johnson के साबुन, पाउडर और शैम्पू मौजूद हैं। जॉनसन बेबी प्रोडक्ट्स की खूब डिमांड है। इस कंपनी की साल 1886 से ही भारत में मौजूदगी है।
- Nestlé India Limited: मैगी, नेस्कैफे, किटकैट और मिल्कमेड बनाने और बेचने वाली कंपनी Nestlé अमेरिकी है। मैगी नूडल्स और किटकैट चॉकलेट्स बेहद लोकप्रिय हैं। 1959 से भारत में सक्रिय, कंपनी ने हाल ही में बिना रिफाइंड शुगर वाले सेरेलैक जैसे नए उत्पाद भी लॉन्च किए हैं।
- Kimberly-Clark Lever Pvt Ltd: आप जो बच्चों के लिए हगीज (Huggies) खरीदते हैं, वो अमेरिकी कंपनी Kimberly-Clark का ही प्रोडक्ट है। इस कंपनी के मुख्य प्रोडक्ट्स में हगीज (बेबी डायपर्स) और कोटेक्स (फेमिनिन हाइजीन) शामिल हैं।
- Kellogg India Pvt. Ltd: बच्चों को आप नाश्ते में कॉर्न फ्लेक्स, चॉकोज और ओट्स देते हैं, वो अमेरिकी कंपनी Kellogg बनाती है। ब्रेकफास्ट सेगमेंट में इस कंपनी की मजबूत पकड़ है।
- J.M. Smucker Company (India) Pvt. Ltd: जैम और पीनट बटर भी अमेरिकी कंपनी J.M. Smucker बनाती है। इसके अलावा, कंपनी जैम, जेली और स्प्रेड्स भी बनाती है।
- Mars International India Pvt. Ltd: स्निकर्स (Snickers) की भारत में खूब डिमांड है, ये अमेरिकी कंपनी Mars बनाती है। यह कंपनी भारत में चॉकलेट, कन्फेक्शनरी और पेटकेयर उत्पादों में सक्रिय है।
- Mondelez India Foods Pvt. Ltd: चॉकलेट कारोबार में इस कंपनी का फिलहाल कोई जोड़ नहीं है। इसके लोकप्रिय प्रोडक्ट्स में कैडबरी डेयरी मिल्क, बोर्नविटा और ओरियो जैसे ब्रांड शामिल हैं।
फास्ट फूड सेगमेंट में अमेरिकी कंपनियों का भारत में दबदबा
- McDonald’s India: बर्गर, फ्रेंच फ्राइज, मैकफ्लरी और कॉफी प्रोडक्ट्स के लिए यह कंपनी मशहूर है। McDonald’s ने 1996 में भारत में प्रवेश किया और अब 300+ आउटलेट्स के साथ देश की अग्रणी फास्ट-फूड चेन है।
- KFC: यह भारत में फ्राइड चिकन, बर्गर और फास्ट-फूड उत्पादों में लोकप्रिय है। बड़े मॉल्स और तमाम शहरों में इस कंपनी की मौजूदगी मिल जाएगी।
- Domino’s Pizza & Pizza Hut: पिज्जा, पास्ता, साइड्स और गार्लिक ब्रेड जैसे लोकप्रिय फास्ट फूड ये कंपनियां बनाती हैं। आज के दौर में हर गली-चौराहे में Domino’s Pizza और Pizza Hut देखने को मिल जाएंगे, जिन्हें अमेरिकी कंपनियां चलाती हैं और इनका भारत में बड़ा कारोबार है।
- Starbucks India: Starbucks ने 2012 में मुंबई में पहला स्टोर खोला और अब यह कई शहरों में मौजूद है। इस अमेरिकी कंपनी की कॉफी, फ्रैपुचिनो, सैंडविच और डेसर्ट काफी मशहूर हैं।
लाइफस्टाइल और फैशन कंपनियां
- Forever 21: यह अमेरिकी कंपनी 1990 के दशक में भारत में प्रवेश कर तेजी से फैशन सेगमेंट में लोकप्रिय हुई, विशेष रूप से युवाओं के बीच। यह ब्रांड किफायती और ट्रेंडी कपड़ों के लिए मशहूर है।
- Maybelline New York: लिपस्टिक, मस्कारा और फाउंडेशन बनाती है ये कंपनी। इसके प्रोडक्ट्स काफी सस्ते होते हैं। आपको पता होना चाहिए कि यह भी एक अमेरिकी कंपनी है।
- Timex: Timex एक वैश्विक अमेरिकी घड़ी निर्माता है, जो 1854 से कार्यरत है और भारत में किफायती, टिकाऊ और स्टाइलिश घड़ियों के लिए जाना जाता है। यह अमेरिकी कंपनी पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए घड़ियां बनाती है।
- Fossil India: Fossil भारत में घड़ियों और लाइफस्टाइल एक्सेसरीज में काम करता है। इस कंपनी की प्रीमियम सेगमेंट में भी मजबूत पकड़ है। घड़ी के अलावा, यह अमेरिकी कंपनी बैग और वॉलेट भी बेचती है।
- Nike India: Nike भारत में खेल और कैजुअल कपड़े, जूते और फिटनेस एक्सेसरीज में एक लोकप्रिय ब्रांड है। युवाओं में इस ब्रांड का क्रेज है, लेकिन यह भी एक अमेरिकी कंपनी है।
- Levi Strauss India: इस कंपनी के जीन्स, जैकेट्स और टी-शर्ट काफी मशहूर हैं। Levi’s भारत में डेनिम और कैजुअल कपड़ों में लोकप्रिय है। भारत में इस कंपनी का बड़ा कारोबार है, लेकिन यह कंपनी अमेरिकी है।
- Skechers India: Skechers भारत में कैजुअल और स्पोर्ट्स फुटवेयर में तेजी से बढ़ रहा है। यह आरामदायक और स्टाइलिश जूतों के लिए जाना जाता है। प्रीमियम सेगमेंट में इस कंपनी का बड़ा कारोबार है। यह भी अमेरिकी कंपनी है।
- Gap India: Gap एक अमेरिकी कैजुअल फैशन ब्रांड है, जो भारत में टी-शर्ट, जीन्स और अन्य कैजुअल कपड़ों की बिक्री करता है। यह मध्यम और प्रीमियम सेगमेंट को लक्षित करता है और भारत में चुनिंदा शहरों में स्टोर्स और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से उपलब्ध है। Gap भारतीय निर्माताओं, जैसे Pearl Global, से भी सोर्सिंग करता है।
- Guess: Guess एक अमेरिकी फैशन ब्रांड है, जो स्टाइलिश और लग्जरी घड़ियों के लिए जाना जाता है। भारत में यह विशेष रूप से महिलाओं के लिए डिजाइन की गई घड़ियों, जैसे Guess Analog Champagne Dial Women’s Watch, के लिए लोकप्रिय है।
- Citigroup (Citi India): बैंकिंग और निवेश सेवाएं. इस अमेरिकी बैंक के क्रेडिट कार्ड का उपयोग करने वाले ग्राहक भारत में काफी हैं।
- प्रश्न: भारत में सबसे बड़ी अमेरिकी कंपनियां कौन सी हैं? उत्तर: भारत में Amazon, Apple, Google, Microsoft, PepsiCo, Coca-Cola और McDonald’s जैसी कई बड़ी अमेरिकी कंपनियां हैं। ये सभी भारत में बड़े पैमाने पर कारोबार करती हैं।
- प्रश्न: भारत-अमेरिका का व्यापार कितना है? उत्तर: वित्तीय वर्ष 2024-25 में भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार $131.84 बिलियन अमेरिकी डॉलर रहा, जिसमें भारत का निर्यात $86.51 बिलियन डॉलर था।
- प्रश्न: अगर भारत ने अमेरिकी कंपनियों पर प्रतिबंध लगाए तो क्या होगा? उत्तर: अगर भारत अमेरिकी कंपनियों पर प्रतिबंध लगाता है, तो इससे इन कंपनियों के मुनाफे और राजस्व पर सीधा असर पड़ेगा, जो अंततः अमेरिकी अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुँचाएगा।
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FAQs
प्रश्न: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत को ‘टैरिफ किंग’ क्यों कहते हैं?
उत्तर: डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर आरोप लगाया था कि वह अमेरिकी उत्पादों पर ऊँचे टैरिफ लगाता है। इसी वजह से उन्होंने भारत को ‘टैरिफ किंग’ कहा था। उनका मानना था कि भारत के साथ व्यापारिक संबंध अमेरिका के लिए निष्पक्ष नहीं हैं।
प्रश्न: भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक संबंध कैसे हैं?
उत्तर: भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक संबंध मजबूत हैं। अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। दोनों देशों के बीच व्यापार लगातार बढ़ रहा है, जिसमें भारत अमेरिका को फार्मास्यूटिकल्स, रत्न और आभूषण निर्यात करता है।
प्रश्न: क्या अमेरिकी कंपनियां भारत की अर्थव्यवस्था में योगदान देती हैं
उत्तर: हाँ, भारत में काम कर रही अमेरिकी कंपनियां रोजगार पैदा करने, निवेश लाने और भारत की अर्थव्यवस्था को गति देने में महत्वपूर्ण योगदान देती हैं। ये कंपनियाँ भारत में अपने प्रोडक्ट्स बेचती हैं और सेवाएं देती हैं, जिससे भारत के बाजार का विस्तार होता है।
प्रश्न: क्या भारत में सभी FMCG और फास्ट फूड कंपनियां अमेरिकी हैं
उत्तर: नहीं, भारत में कई FMCG और फास्ट फूड कंपनियां हैं जो अमेरिकी नहीं हैं। लेकिन कुछ प्रमुख ब्रांड जैसे Coca-Cola, PepsiCo, McDonald’s, और KFC अमेरिकी हैं। इन कंपनियों का भारतीय बाजार पर बड़ा प्रभाव है।
प्रश्न: भारत में अमेरिकी कंपनियों का सबसे बड़ा कारोबार किस क्षेत्र में है?
उत्तर: भारत में अमेरिकी कंपनियों का कारोबार कई क्षेत्रों में फैला हुआ है, जैसे ई-कॉमर्स (Amazon), टेक्नोलॉजी (Google, Microsoft), FMCG (P&G, Colgate), और फास्ट फूड (McDonald’s, KFC)।