PM Vishwakarma Yojana (PMVY) कारीगरों को ₹3 लाख लोन, ₹15,000 टूलकिट सहायता, 5-7 दिन की मुफ्त ट्रेनिंग और ₹500/दिन स्टाइपेंड देती है। 18 पारंपरिक व्यवसायों के लिए है। आवेदन केवल CSC केंद्र पर होता है। यह सर्टिफिकेट, लोन और डिजिटल मार्केटिंग सपोर्ट देकर हुनर को बढ़ावा देती है।
PM Vishwakarma Yojana 2025 Hindi: अगर आप एक कारीगर या शिल्पकार हैं—एक ऐसे विश्वकर्मा, जो अपने हाथों के हुनर को दुनिया के सामने लाना चाहता है—तो यह लेख आपके लिए एक अमृत संजीवनी जैसा है। यह सिर्फ एक सरकारी योजना की जानकारी नहीं है, बल्कि आपके सुनहरे भविष्य का ब्लूप्रिंट है।
PM Vishwakarma Yojana 2025 सिर्फ ₹3 लाख का लोन नहीं है। यह आपकी सदियों पुरानी कला और कौशल को आधिकारिक पहचान, आधुनिकता और ग्लोबल मार्केट तक पहुँच देने का एक महाअभियान है।
आज हम उन सभी बारीकियों को समझेंगे जो अन्य लेखों में छूट गई हैं, ताकि आपको इसके बाद कहीं और क्लिक करने की जरूरत न पड़े।
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PM Vishwakarma Yojana क्या है? (मान्यता, लक्ष्य और प्रमुख लाभ)
यह योजना भारत के उन करोड़ों पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों (जैसे बढ़ई, लोहार, सुनार, राजमिस्त्री) के लिए केंद्र सरकार की एक पहल है, जो असंगठित क्षेत्र में काम करते हैं। इसका उद्देश्य उन्हें ‘विश्वकर्मा’ के रूप में आधिकारिक पहचान और एंड-टू-एंड सपोर्ट देना है।
पीएम विश्वकर्मा योजना का मूल उद्देश्य और ‘People-First’ अप्रोच
योजना का शुभारंभ 17 सितंबर (विश्वकर्मा जयंती) को होना इसका प्रतीकात्मक महत्व बताता है—यह सिर्फ ‘आर्थिक मदद’ नहीं, बल्कि हुनर और सम्मान की मान्यता है।
सरकार का लक्ष्य है कि ये कारीगर न केवल अपने पारंपरिक कौशल को बचाए रखें, बल्कि उसे आधुनिक टेक्नोलॉजी से जोड़कर एक सफल सूक्ष्म-उद्यमी (Micro-Entrepreneur) बनें।
योजना के 5 प्रमुख स्तंभ: पहचान, कौशल, टूलकिट, ऋण और बाजार
- पहचान: पीएम विश्वकर्मा सर्टिफिकेट और आईडी कार्ड।
- कौशल: मुफ्त ट्रेनिंग और एडवांस ट्रेनिंग का विकल्प।
- टूलकिट: ₹15,000 की टूलकिट प्रोत्साहन राशि।
- ऋण (लोन): 5% ब्याज दर पर ₹3 लाख तक का कोलैटरल-फ्री लोन।
- बाजार (मार्केट): GeM और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से जुड़ने में सहायता।
एक्सपर्ट तथ्य: सरकार ने इस योजना के लिए ₹13,000 करोड़ का बजट आवंटित किया है और इसका लक्ष्य वित्त वर्ष 2027-28 तक 30 लाख से अधिक कारीगरों को कवर करना है, जिसका बड़ा केंद्रबिंदु SC/ST/OBC वर्ग हैं।
पात्रता मानदंड और 18 पारंपरिक व्यवसायों की सूची
सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि इस योजना का लाभ कौन ले सकता है और कौन नहीं।
आवेदन के लिए मुख्य नियम:
- आयु सीमा: आवेदन की तिथि पर न्यूनतम 18 वर्ष पूरी हो चुकी हो।
- व्यवसाय: व्यक्ति को संबंधित ट्रेड में स्व-नियोजित (Self-Employed) होना चाहिए।
- सरकारी लोन का नियम: आवेदक ने पिछले 5 वर्षों में PMEGP, PM SVANidhi, या Mudra जैसी समान क्रेडिट-लिंक्ड योजनाओं के तहत लोन न लिया हो।
कौन आवेदन नहीं कर सकता? (यह सबसे ज़रूरी है)
- सरकारी कर्मचारी (केंद्र/राज्य) और उनके परिवार के सदस्य (पति/पत्नी और अविवाहित बच्चे) पात्र नहीं हैं।
- पूरे परिवार (पति, पत्नी और अविवाहित बच्चे) में से केवल एक ही सदस्य इस योजना का लाभ ले सकता है।
विश्वकर्मा योजना 18 ट्रेड लिस्ट: कौन-कौन से कारीगर हैं पात्र?
योजना में 18 पारंपरिक व्यवसायों को शामिल किया गया है, जिन्हें ‘विश्वकर्मा’ कहा गया है।
| ट्रेड संख्या | कारीगर/शिल्पकार (हिंदी नाम) | कारीगर/शिल्पकार (अंग्रेजी नाम) |
| 1. | बढ़ई (सुथार) | Carpenter |
| 2. | नाव निर्माता | Boat Maker |
| 3. | अस्त्रकार | Armourer |
| 4. | लोहार | Blacksmith (Lohar) |
| 5. | हथौड़ा और टूलकिट निर्माता | Hammer and Tool Kit Maker |
| 6. | ताला बनाने वाला | Locksmith |
| 7. | सुनार | Goldsmith (Sonar) |
| 8. | कुम्हार | Potter (Kumhaar) |
| 9. | मूर्तिकार/पत्थर तराशने वाला | Sculptor/Stone Carver |
| 10. | मोची/जूता कारीगर | Cobbler/Shoe artisan |
| 11. | राजमिस्त्री | Mason |
| 12. | टोकरी/चटाई/झाड़ू निर्माता | Basket/Mat/Broom Maker |
| 13. | गुड़िया और खिलौना निर्माता (पारंपरिक) | Doll and Toy Maker (Traditional) |
| 14. | नाई | Barber |
| 15. | मालाकार | Garland Maker |
| 16. | धोबी | Washerman (Dhobi) |
| 17. | दर्जी | Tailor |
| 18. | फिशिंग नेट निर्माता | Fishing Net Maker |
विश्वकर्मा योजना के तहत वित्तीय और कौशल लाभ
यह योजना सिर्फ एक टूलकिट या लोन तक सीमित नहीं है, यह एक पूर्ण पैकेज है।
क्रेडिट सपोर्ट (लोन): ₹3 लाख, सिर्फ 5% ब्याज दर पर
यह योजना ‘कोलैटरल-फ्री’ (बिना किसी गारंटी) लोन देती है, जो कारीगरों के लिए सबसे बड़ा सहारा है।
| लोन का चरण | लोन की राशि | ब्याज दर (कारीगर के लिए) | भुगतान अवधि |
| पहला ट्रेंच | ₹1,00,000 | 5% | 18 महीने |
| दूसरा ट्रेंच | ₹2,00,000 | 5% | 30 महीने |
विशेषज्ञ राय: पहले लोन (₹1 लाख) का भुगतान यदि आप 12 महीने के भीतर सफलतापूर्वक करते हैं, तभी आप दूसरे और बड़े लोन (₹2 लाख) के लिए पात्र होते हैं। यह एक ‘ट्रस्ट स्कोर’ की तरह काम करता है, जो आपकी साख बनाता है। सरकार बैंक को 8% तक की ब्याज सब्सिडी देती है, जिससे आपको केवल 5% का रियायती ब्याज देना होता है।
कौशल प्रशिक्षण (ट्रेनिंग) और ₹500 प्रतिदिन स्टाइपेंड
- बेसिक ट्रेनिंग: 5-7 दिनों (40 घंटे) की ट्रेनिंग।
- एडवांस ट्रेनिंग: इच्छुक कारीगरों के लिए 15 दिनों (120 घंटे) की एडवांस ट्रेनिंग।
- स्टाइपेंड: ट्रेनिंग के दौरान कारीगरों को ₹500 प्रतिदिन का स्टाइपेंड दिया जाता है।
सरल सादृश्य (Clarity & Example): यह एक बच्चे को साइकिल सिखाने जैसा है। पहले, छोटा और आसान ₹1 लाख का ऋण (साइकिल) दिया जाता है। यदि आप इसे समय पर चुकाते हैं (साइकिल चलाना सीखते हैं), तो आपको बड़ा और महत्वपूर्ण ₹2 लाख का ऋण (मोटरसाइकिल) दिया जाता है।
₹15,000 टूलकिट प्रोत्साहन राशि का उपयोग कैसे करें?
ट्रेनिंग पूरी होने के बाद, आपको आधुनिक उपकरण (टूलकिट) खरीदने के लिए ₹15,000 की प्रोत्साहन राशि या ई-वाउचर दिया जाता है।
- उपयोग: यह राशि केवल आपके ट्रेड से संबंधित आधुनिक उपकरण खरीदने के लिए उपयोग की जा सकती है, जिससे आपकी उत्पादन क्षमता और उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार हो।
- उदाहरण: यदि आप दर्जी हैं, तो इस राशि का उपयोग एक उन्नत सिलाई मशीन या कटिंग टूल खरीदने के लिए करें, जो आपके काम को तेज़ और बेहतर बनाएगा।
पीएम विश्वकर्मा योजना 2025 के लिए ऑनलाइन आवेदन कैसे करें? (CSC प्रक्रिया)
पंजीकरण की प्रक्रिया बहुत सरल है, लेकिन इसमें सटीकता और सही प्लेटफॉर्म का उपयोग आवश्यक है।
आवश्यक दस्तावेज़ों की चेकलिस्ट
- आधार कार्ड (Aadhaar Card)
- मोबाइल नंबर (Aadhaar से लिंक्ड होना चाहिए)
- बैंक खाता पासबुक और विवरण
- राशन कार्ड (Ration Card) (यदि उपलब्ध न हो तो परिवार के सदस्यों का आधार कार्ड)
- पहचान पत्र (वोटर आईडी कार्ड/स्थायी निवास प्रमाण पत्र)
CSC पर पंजीकरण की चरण-दर-चरण प्रक्रिया
अत्यंत महत्वपूर्ण: Self-Registration (खुद से पंजीकरण) की सुविधा अक्सर अस्थिर रहती है। कारीगरों को हमेशा अपने निकटतम CSC (Common Service Centre) या जन सेवा केंद्र पर जाकर ही आवेदन करना चाहिए, क्योंकि सत्यापन (Verification) और ई-KYC वहीं से पूरा होता है।
- CSC लॉग इन: कारीगर सबसे पहले अपने नज़दीकी CSC केंद्र जाते हैं।
- आधार/मोबाइल सत्यापन: कारीगर का मोबाइल नंबर और आधार नंबर सत्यापित किया जाता है।
- ई-KYC: बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण (फिंगरप्रिंट) द्वारा ई-KYC पूरी की जाती है।
- फॉर्म भरना: कारीगर को अपनी व्यक्तिगत जानकारी, अपने ट्रेड का नाम (बहुत ध्यान से चुनें!), बैंक विवरण और परिवार के सदस्यों का विवरण भरना होता है।
- ट्रेड का चयन: आवेदन फॉर्म भरते समय अपने ‘ट्रेड’ का चयन बहुत ध्यान से करें, क्योंकि एक बार चयनित होने के बाद इसे बदला नहीं जा सकता।
- घोषणा पत्र: कारीगर को यह घोषणा करनी होती है कि वह पात्रता मानदंडों को पूरा करता है और परिवार का कोई सदस्य योजना का लाभ नहीं ले रहा है।
- सब्मिट और अप्रूवल: फॉर्म सबमिट होने के बाद, इसका सत्यापन ग्राम प्रधान/शहरी निकाय और फिर जिला स्तरीय समिति (DM) द्वारा किया जाता है।
- सर्टिफिकेट और ट्रेनिंग: सत्यापन सफल होने पर, आपको PM विश्वकर्मा सर्टिफिकेट और ID कार्ड जारी किया जाता है, जिसके बाद ट्रेनिंग के लिए कॉल/SMS आता है।
योजना का अधिकतम लाभ कैसे उठाएं? (सर्टिफिकेट से मार्केट तक)
योजना का सही लाभ उठाने के लिए, आपको केवल लोन लेकर रुकना नहीं है, बल्कि सरकार द्वारा दिए गए अन्य सपोर्ट का भी उपयोग करना है।
PM विश्वकर्मा सर्टिफिकेट और ID कार्ड का महत्व
यह कार्ड सिर्फ एक पहचान पत्र नहीं है। यह सरकारी लाभों, वित्तीय सेवाओं और विभिन्न सरकारी योजनाओं में ‘विश्वकर्मा’ के रूप में आपकी आधिकारिक मान्यता है। इसे अपनी पहचान के रूप में उपयोग करें।
डिजिटल लेनदेन प्रोत्साहन और बिजनेस ग्रोथ
- योजना डिजिटल भुगतान को प्रोत्साहित करती है। आपको प्रत्येक डिजिटल लेनदेन (UPI, QR कोड) पर ₹1 का प्रोत्साहन मिलता है (अधिकतम ₹100 प्रति माह)।
- एक्सपर्ट टिप: अपने व्यवसाय में एक UPI QR कोड अपनाएं। इससे न सिर्फ ग्राहकों को आसानी होगी, बल्कि आप अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि भी अर्जित करेंगे।
ई-कॉमर्स और मार्केटिंग सपोर्ट: अपने उत्पाद को ऑनलाइन कैसे बेचें?
योजना के तहत आपको अपने उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों तक ले जाने में मदद मिलती है।
- GeM (Government e-Marketplace): सरकार आपको GeM पोर्टल पर अपने उत्पादों को सूचीबद्ध करने में मदद करती है, जिससे आप सीधे सरकारी खरीदारों को सामान बेच सकते हैं।
- ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म: आपको Amazon, Flipkart, और ONDC जैसे बड़े ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से जुड़ने में मदद की जाती है।
💡 सरल सादृश्य: एक छोटे गाँव के कुम्हार को दिल्ली के बाज़ार में अपनी कला बेचने जैसा। पीएम विश्वकर्मा योजना एक ‘पुल’ है जो आपके पारंपरिक हुनर को इन आधुनिक ई-कॉमर्स वेबसाइटों से जोड़ता है।
FAQ (PM Vishwakarma Yojana 2025)
| प्रश्न (FAQ) | उत्तर (Answer) |
| 1. PM Vishwakarma Yojana के लिए कौन-कौन आवेदन कर सकता है? | 18 वर्ष या उससे अधिक आयु का कोई भी व्यक्ति जो 18 निर्दिष्ट पारंपरिक व्यवसायों में से किसी एक में कार्यरत है, जिसने पिछले 5 वर्षों में समान केंद्रीय योजना से लोन न लिया हो, और जो सरकारी कर्मचारी न हो। |
| 2. पीएम विश्वकर्मा योजना में कितना लोन मिलता है और ब्याज दर क्या है? | कुल ₹3 लाख तक का लोन दो चरणों में (₹1 लाख और फिर ₹2 लाख)। कारीगरों के लिए ब्याज दर केवल 5% प्रति वर्ष है। |
| 3. पीएम विश्वकर्मा योजना में ट्रेनिंग कितने दिनों की होती है और स्टाइपेंड कितना मिलता है? | बेसिक ट्रेनिंग 5-7 दिन की होती है, जिसके दौरान ₹500 प्रतिदिन का स्टाइपेंड मिलता है। एडवांस ट्रेनिंग का विकल्प 15 दिनों का होता है। |
| 4. विश्वकर्मा योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन कैसे करें? | ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया केवल CSC (Common Service Centre) या जन सेवा केंद्र के माध्यम से ही पूरी की जा सकती है। आपको स्वयं किसी CSC केंद्र पर जाना होगा। |
| 5. टूलकिट प्रोत्साहन राशि ₹15,000 कैसे प्राप्त करें? | ट्रेनिंग सफलतापूर्वक पूरी करने के बाद, ₹15,000 की राशि या ई-वाउचर आपके बैंक खाते में जमा किया जाता है, जिसका उपयोग आधुनिक टूलकिट खरीदने के लिए किया जाता है। |
| 6. पीएम विश्वकर्मा योजना में कौन से 18 पारंपरिक व्यवसाय शामिल हैं? | बढ़ई, लोहार, सुनार, कुम्हार, राजमिस्त्री, नाई, दर्जी, मोची, मूर्तिकार और नाव निर्माता सहित 18 पारंपरिक ट्रेड शामिल हैं (पूरी सूची ऊपर दी गई है)। |
| 7. क्या एक ही परिवार के दो सदस्य विश्वकर्मा योजना का लाभ ले सकते हैं? | नहीं। एक परिवार (पति, पत्नी और अविवाहित बच्चे) में से केवल एक ही सदस्य इस योजना के लाभ के लिए पात्र है। |
सुनहरे भविष्य की ओर एक कदम
PM Vishwakarma Yojana 2025 भारत के पारंपरिक हुनर को एक नई दिशा और गति देने का एक ऐतिहासिक प्रयास है। यह सिर्फ एक सरकारी फॉर्म या लोन नहीं है; यह आपके आत्मसम्मान, कौशल और उद्यमशीलता को बढ़ाने का एक सुनहरा अवसर है।
अपने हुनर को पहचान दें, आधुनिक टूल अपनाएं, और ₹3 लाख के रियायती लोन से अपने व्यवसाय को नई ऊँचाइयों पर ले जाएं।
देरी न करें, आज ही अपने नज़दीकी CSC केंद्र पर जाकर आवेदन करें!

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