‘मैं मुसलमान हूं, मुझे गर्व है’, फिल्म में धर्म का मजाक उड़ाने पर बोले आमिर खान (Aamir khan) , कहा- ‘धर्म के नाम पर धंधा…’
Overview
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आमिर खान ने टीवी शो ‘आप की अदालत’ में अपने धर्म, फिल्मों के कंटेंट, और ‘लव जिहाद’ जैसे संवेदनशील मुद्दों पर खुलकर बातचीत की।
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उन्होंने ‘पीके’ फिल्म को लेकर लगे आरोपों पर सफाई दी कि उनका उद्देश्य कभी किसी धर्म का अपमान करना नहीं था, बल्कि अंधविश्वास के नाम पर हो रहे शोषण को उजागर करना था।
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आमिर ने साफ शब्दों में कहा कि उन्हें न सिर्फ अपने मुस्लिम होने पर गर्व है, बल्कि इस देश की नागरिकता पर भी उन्हें उतना ही फक्र है।
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शो में उन्होंने ‘सत्यमेव जयते’ के पीछे की मंशा, आर्थिक नुकसान और समाज के लिए अपनी प्रतिबद्धता को भी साझा किया।
आमिर खान (Aamir khan) ने अपनी फिल्मों के जरिए धर्म का मजाक उड़ाने के आरोपों पर प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि वह हर धर्म का सम्मान करते हैं और उन्हें मुसलमान होने पर गर्व है। एक्टर ने लव जिहाद पर भी अपने विचार व्यक्त किए हैं। आइए आपको बताते हैं उन्होंने क्या कहा।
बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट कहे जाने वाले आमिर खान तीन साल बाद अपनी फिल्मों के जरिए वापसी कर रहे हैं। वह इन दिनों फिल्म ‘सितारे जमीन पर’ को लेकर चर्चा में हैं, जो ‘तारे जमीन पर’ का सीक्वल है। यह फिल्म 20 जून 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज होगी। आमिर खान पर अक्सर अपनी फिल्मों के जरिए धर्म का मजाक उड़ाने का आरोप लगता रहा है। इसके लिए ‘पीके’ का लोगों ने काफी विरोध किया था। उन्होंने धर्म और लव जिहाद का मजाक उड़ाने के आरोपों पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने मुसलमान होने पर गर्व भी जताया है। आइए आपको बताते हैं एक्टर ने क्या कहा।
दरअसल, आमिर खान हाल ही में रजत शर्मा के शो ‘आप की अदालत’ में पहुंचे। इस दौरान एक्टर ने कई विषयों पर खुलकर बात की। इस बातचीत में आमिर ने अपनी फिल्मों से लेकर अपने करियर और निजी जिंदगी तक हर चीज पर बात की। उन्होंने रजत शर्मा के सवालों का खुलकर सामना किया और हर सवाल का बेबाकी से जवाब दिया। इस बातचीत में सबसे पहले रजत शर्मा आमिर खान को मुस्लिम समुदाय की टिप्पणियों के बारे में बताते हैं, ‘मुस्लिम समर्थक ट्रोल्स कहते हैं कि गजनी तक तो वह ठीक थे, उसके बाद वह भूल गए कि वह मुस्लिम हैं।’ इस पर आमिर जोर-जोर से हंसने लगते हैं और कहते हैं, ‘ऐसा बिल्कुल नहीं है। मैं मुस्लिम हूं और मुझे गर्व है, मैं भारतीय हूं और मुझे इस बात पर बहुत गर्व भी है। ये दोनों बातें अपनी-अपनी जगह सही हैं।’ फिर रजत शर्मा ने अपने शो ‘सत्यमेव जयते’ का जिक्र किया और कहा, ‘वे कहते हैं कि इसमें हिंदुओं की बुराइयों, हिंदुओं की कमियों के बारे में बात की गई और इससे खूब पैसे कमाए गए।’ इस पर आमिर कहते हैं, ‘मैंने इससे पैसे कमाए नहीं बल्कि गंवाए हैं। मैंने उस शो को करने के लिए अपने विज्ञापन छोड़ दिए। मैं इस शो से मिलने वाली रकम से 6-7 गुना ज्यादा गँवा चुका हूँ।’
क्या आमिर खान अपनी फिल्मों के ज़रिए मज़ाक उड़ाते हैं?
इसके साथ ही अपनी फिल्मों के ज़रिए मज़ाक उड़ाने के आरोपों पर आमिर खान ने कहा, ‘हम किसी धर्म के खिलाफ़ नहीं हैं और हम हर धर्म का बहुत सम्मान करते हैं और धार्मिक लोगों के लिए भी हमारे दिल में बहुत सम्मान है। वो फिल्म (पीके) हमें एक ही बात बता रही थी कि जो लोग धर्म का गलत फ़ायदा उठाते हैं और आम आदमी को बेवकूफ़ बनाते हैं, उससे पैसे ऐंठते हैं, लोगों से गलत काम करवाते हैं, वो फिल्म हमें उससे बचाने के लिए थी। ऐसे लोग आपको हर धर्म में मिल जाएँगे, इसलिए इस फिल्म का एक ही मकसद था कि जो लोग गलत काम कर रहे हैं उनसे दूर रहें। ये फिल्म धर्म के खिलाफ़ नहीं है।