Rashtriya Parivar Sahayata Yojana 2025: परिवार के मुख्य सदस्य को खोना जीवन का सबसे बड़ा संकट होता है। अचानक आई इस विपदा में, जब भावनात्मक और आर्थिक दोनों तरह से परिवार टूट जाता है, तब सरकार की राष्ट्रीय परिवार सहायता योजना 2025 (Rashtriya Parivar Sahayata Yojana 2025) एक छोटा, लेकिन महत्वपूर्ण आर्थिक सहारा देती है।
यह लेख आपको ₹20,000 की इस सहायता राशि को प्राप्त करने के लिए सरल, चरण-दर-चरण और 2025 की नवीनतम जानकारी प्रदान करेगा। यह आपकी संपूर्ण गाइड है, जिसे पढ़ने के बाद आपको किसी और वेबसाइट पर जाने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी।
परिवार के मुश्किल समय में सहारा: राष्ट्रीय परिवार सहायता योजना क्या है?
यह योजना भारत सरकार के राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम (NSAP) का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसका मुख्य लक्ष्य गरीबी रेखा से नीचे (BPL) जीवन यापन करने वाले परिवारों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना है, खासकर तब जब कमाने वाला सदस्य अचानक चला जाए।
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योजना का मुख्य उद्देश्य और दर्शन
यह योजना बीमा (Insurance) नहीं, बल्कि सामाजिक संबल है। इसका लाभ केवल अंतिम संस्कार और प्रारंभिक आवश्यकताओं को पूरा करने तक सीमित होता है।
- मुख्य उद्देश्य: परिवार के मुख्य कमाऊ सदस्य की मृत्यु के बाद होने वाले तात्कालिक आर्थिक झटके को कम करना।
- सहायता राशि: ₹20,000 की एकमुश्त (Lump-sum) राशि मृतक के परिवार के आश्रित वयस्क सदस्य को सीधे दी जाती है।
- विशेषज्ञ तथ्य: ₹20,000 की यह राशि 1995 में तय की गई थी। इतने वर्षों में यह राशि नहीं बढ़ी है, जो दर्शाता है कि इसका मुख्य उद्देश्य दीर्घकालिक जीवन यापन के बजाय तात्कालिक शोक सहायता देना है।
राष्ट्रीय परिवार लाभ योजना से भ्रम क्यों होता है?
आमतौर पर लोग राष्ट्रीय परिवार सहायता योजना (Rashtriya Parivar Sahayata Yojana) और राष्ट्रीय परिवार लाभ योजना को एक ही मानते हैं, जबकि थोड़ा अंतर है।
इसे ऐसे समझें कि ‘Rashtriya Parivar Sahayata Yojana‘ एक छाता योजना (Umbrella Scheme) है, और ‘राष्ट्रीय परिवार सहायता योजना’ (Rashtriya Parivar Sahayata Yojana) उसी का एक मुख्य घटक या एक विशिष्ट सेवा है। दोनों ही नाम अक्सर एक-दूसरे के स्थान पर इस्तेमाल किए जाते हैं, लेकिन उद्देश्य एक ही है।
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पात्रता के नियम: कौन कर सकता है राष्ट्रीय परिवार सहायता योजना के लिए आवेदन?
इस योजना का लाभ उठाने के लिए निम्नलिखित शर्तें पूरी करना अनिवार्य है:
1. परिवार की आय और बीपीएल (BPL) कार्ड की शर्त
- आवेदक का परिवार गरीबी रेखा से नीचे (BPL) जीवन यापन करता हो।
- कुछ राज्यों में, बीपीएल कार्ड न होने पर भी, आवेदक को तहसील स्तर पर प्रमाणित कम वार्षिक आय (राज्य के नियमानुसार) दिखानी होती है।
2. मृतक की आयु सीमा (18 से 60 वर्ष) का सटीक अर्थ
- मृतक व्यक्ति की मृत्यु के समय आयु 18 वर्ष से अधिक और 60 वर्ष से कम होनी चाहिए। यदि मृतक 60 वर्ष या उससे अधिक का था, तो यह योजना लागू नहीं होती।
3. “मुख्य कमाने वाला सदस्य” की कानूनी परिभाषा
यह सबसे महत्वपूर्ण शर्त है।
सादृश्य (Analogy): इसे परिवार के “आर्थिक इंजन” के रूप में समझाएं। चाहे वह महिला हो या पुरुष, जिस व्यक्ति की आय परिवार के कुल खर्च का सबसे बड़ा हिस्सा थी, वही मुख्य कमाने वाला माना जाएगा।
4. आवेदन की समय सीमा (Expert Note)
- विशेषज्ञ राय: आवेदक को यह स्पष्ट करना चाहिए कि मुख्य कमाऊ सदस्य की मृत्यु और आवेदन की तारीख के बीच 1 वर्ष (12 महीने) से अधिक का अंतर नहीं होना चाहिए। यह एक ऐसी शर्त है जो अक्सर आवेदन रद्द करवा देती है।
2025 की ऑनलाइन प्रक्रिया: राष्ट्रीय परिवार सहायता योजना आवेदन कैसे करें?
आवेदन प्रक्रिया सरल है, लेकिन आपको सावधानी बरतनी होगी ताकि आपका फॉर्म रिजेक्ट न हो।
2025 की चरण-दर-चरण ऑनलाइन प्रक्रिया
- पोर्टल पर जाएँ: अपने राज्य के समाज कल्याण विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ (जैसे UP/MP समाज कल्याण पोर्टल)।
- पंजीकरण: ‘नया पंजीकरण’ या ‘आवेदन फॉर्म’ लिंक पर क्लिक करें।
- विवरण भरें: मृतक और आवेदक का व्यक्तिगत विवरण, पता, और बैंक खाता जानकारी सावधानीपूर्वक भरें।
- दस्तावेज़ अपलोड: सभी आवश्यक दस्तावेज़ों की स्कैन की गई प्रतियां अपलोड करें।
- फाइनल सबमिशन: फॉर्म जमा करने से पहले सभी विवरणों की जाँच करें और सबमिट करें।
आवश्यक दस्तावेज़ की संपूर्ण चेकलिस्ट (तैयार रखें)
आपका आवेदन केवल तभी मंज़ूर होगा जब दस्तावेज़ सही हों।
- मृत्यु प्रमाण पत्र (Death Certificate): मुख्य कमाने वाले सदस्य का।
- बीपीएल प्रमाण/आय प्रमाण पत्र: परिवार का बीपीएल कार्ड या नवीनतम आय प्रमाण पत्र।
- आवेदक का पहचान प्रमाण: आधार कार्ड (UIDAI), वोटर ID।
- बैंक पासबुक की प्रति: बैंक खाता आधार (Aadhaar) से सीडेड (Seeded) होना अनिवार्य है। यह सबसे महत्वपूर्ण तकनीकी बिंदु है।
- मृतक की आयु का प्रमाण।
- आवेदक और मृतक का निवास प्रमाण पत्र।
सहायता कब मिलेगी? आवेदन की स्थिति और भुगतान ट्रैकिंग
आवेदन जमा करने के बाद, अगला सवाल होता है—पैसा कब आएगा?
आपके आवेदन का अगला चरण क्या है? (सत्यापन)
ऑनलाइन पोर्टल पर “Verification of details” बैंक खाते में पैसे जमा करने जैसा है। जैसे बैंक कर्मचारी हर नोट और फॉर्म को ध्यान से देखता है, उसी तरह आपका ऑनलाइन फॉर्म भी ग्राम पंचायत/नगर पालिका स्तर पर भौतिक दस्तावेज़ों से मिलाया जाता है, जिसे ‘सत्यापन’ कहते हैं।
- आपका आवेदन पहले ब्लॉक/तहसील स्तर पर जाता है।
- फिर जिला समाज कल्याण अधिकारी इसे अंतिम मंज़ूरी देते हैं।
भुगतान में देरी के मुख्य कारण और समाधान (विशेषज्ञ की राय)
अधिकांश राज्यों में इस प्रक्रिया के लिए एक समय-सीमा (जैसे 45 से 90 दिन) तय की गई है, लेकिन वास्तविक समय अक्सर 4 से 6 महीने तक हो सकता है।
- देरी के कारण: फंड की कमी या दस्तावेजों में त्रुटि (जैसे गलत आधार सीडिंग)।
- समाधान: यदि 90 दिनों के भीतर कोई जवाब न मिले, तो आरटीआई (RTI) के माध्यम से अपनी आवेदन स्थिति पूछने का विकल्प चुनें। यह सबसे ताकतवर, मगर कम इस्तेमाल किया जाने वाला, उपकरण है।
योजना का अधिकतम लाभ उठाने के लिए विशेषज्ञ सलाह
परिवार के लिए अन्य सहायक सरकारी योजनाएँ
यह ₹20,000 की सहायता केवल एक शुरुआत है।
इसे एक ‘सरकारी सहायता बास्केट’ के रूप में समझाएं। यह योजना सिर्फ एक फल है। आपको टोकरी को भरने के लिए विधवा पेंशन योजना, बच्चों की शिक्षा सहायता, या जननी सुरक्षा योजना जैसे अन्य सरकारी योजनाओं के फलों को भी एकत्र करना होगा।
सामान्य गलतियाँ जिनसे आपका आवेदन रद्द हो सकता है
- सबसे बड़ी गलती: बैंक खाता आधार से लिंक न होना।
- मृत्यु के एक वर्ष से अधिक समय बाद आवेदन करना।
- आवेदन में मृतक की आयु या मृत्यु की तिथि गलत डालना।
इस योजना से प्राप्त ₹20,000 की राशि को किसी भी सरकारी ऋण या बकाया के लिए जब्त नहीं किया जा सकता है। यह राशि पूरी तरह से परिवार के लिए है।
FAQ (Rashtriya Parivar Sahayata Yojana)
- राष्ट्रीय परिवार सहायता योजना में कितनी राशि मिलती है?
- ₹20,000 की एकमुश्त राशि मिलती है।
- राष्ट्रीय परिवार सहायता योजना के लिए कौन पात्र है?
- गरीबी रेखा से नीचे (BPL) जीवन यापन करने वाला परिवार, जिसके मुख्य कमाऊ सदस्य (18-60 वर्ष) की मृत्यु हो गई हो।
- योजना के तहत आवेदन करने के लिए मृतक की आयु सीमा क्या है?
- मृत्यु के समय मृतक की आयु 18 वर्ष से 60 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- राष्ट्रीय परिवार सहायता योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन कैसे करें?
- अपने राज्य के समाज कल्याण विभाग के आधिकारिक ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से।
- इस योजना का लाभ उठाने के लिए कौन-कौन से दस्तावेज़ चाहिए?
- मृत्यु प्रमाण पत्र, BPL प्रमाण, आधार कार्ड, और आधार-सीडेड बैंक पासबुक की मुख्य रूप से आवश्यकता होती है।
- राष्ट्रीय परिवार सहायता योजना का स्टेटस कैसे चेक करें?
- आप राज्य के समाज कल्याण पोर्टल पर “आवेदन की स्थिति जानें” लिंक का उपयोग करके स्टेटस ट्रैक कर सकते हैं।
- राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना और राष्ट्रीय परिवार सहायता योजना में क्या अंतर है?
- दोनों एक ही कार्यक्रम (NSAP) के तहत आते हैं; सहायता योजना उस लाभ योजना का एक घटक है।
निष्कर्ष (Conclusion)
परिवार के मुखिया के जाने से हुई क्षति अपूरणीय है, लेकिन यह सरकारी योजना आपके संघर्ष में एक छोटा सा संबल बन सकती है। यह ₹20,000 आपको मुश्किल घड़ी में थोड़ी राहत दे सकते हैं। यदि आप पात्र हैं, तो देरी न करें! क्योंकि आवेदन की एक वर्ष की समय सीमा होती है।

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